Delhi Market Open बाजार-मार्केट खोलने के लिए ऑड-इवेन फॉर्मूले एक सर्वे में दिल्ली के 80 फीसद व्यापारियों ने बाजारों और दुकानों को खोलने में ऑड-इवेन फार्मूले का विरोध किया है। चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (Chamber of Trade and Industry) की ओर से एक-दो दिन में सरकार की ओर से बाजार खोलने के निर्णय लेने की संभावना के बीच एक सर्वे में अधिकांश व्यापारियों ने कहा कि यह फार्मूला ठीक नहीं है। इस सर्वे में 400 व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि 320 संगठनों ने इसका विरोध किया है। नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशंस (एनडीटीए) के अध्यक्ष अतुल भार्गव, साउथ एक्स मार्केट के अध्यक्ष विजय कुमार, लाजपत नगर के अध्यक्ष कुलदीप अरोड़ा, खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने कहा कि सभी खुदरा बाजारों को सभी दिन सामान्य अवधि की तरह खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए।
बता दें कि कुछ कारोबारी संगठनों ने दिल्ली आपदा नियंत्रण प्राधिकरण (डीडीएमए) को बाजार खोलने की अनुमति देने के लिए भेजे सुझावों मे आड-इवेन फार्मूले का भी जिक्र किया है।
कैट ने बाजार खोलने के लिए उपराज्यपाल व मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
कोरोना महामारी के चलते बंद दिल्ली के बाजारों को खोलने की मांग को लेकर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। पत्र में संक्रमण के तेजी से गिरते आंकड़ों को देखते हुए बाजारों को तुरंत खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया गया है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने कहा कि एक महीने से अधिक के समय से दिल्ली में लाकडाउन के कारण दुकानें व बाजारों के बंद होने से व्यापारी बुरी तौर पर प्रभावित हैं। वे गंभीर वित्तीय संकट के शिकार हुए हैं। ऐसे में अब या तो तत्काल या सात जून से दिल्ली के बाजारों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाए।
उधर, फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि बाजार संगठन की ओर से बाजार खुलने की स्थिति में कोरोना के दिशानिर्देशों का बेहतर पालन कराने के लिए 24 सदस्यीय कमेटी बनाई है।
बाजारों में राशन किट बांटे सरकार
कश्मीरी गेट के कारोबारी संगठन आटोमोटिव पार्ट्स मर्चेट एसोसिएशन (अपमा) ने बाजारों में रुके कामगारों को दिल्ली सरकार से राशन किट उपलब्ध कराने की मांग की है। अपमा के अध्यक्ष विनय नारंग ने कहा कि सरकार की ओर से कई बार कहा गया है कि जो राशनकार्ड धारक नहीं हैं उनको राशन किट बांटा जा रहा है। बाजार के कामगारों को इस लाकडाउन तथा पिछले वर्ष के लाकडाउन में सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है। इसी खराब स्थिति में दुकानदार की ओर से ही मजदूरों के लिए लंगर की व्यवस्था करनी पड़ रही है जिसका सारा भार व्यापारी वर्ग पर ही पड़ रहा है।