आधुनिक दुनिया में, डिजिटल क्रांति ने सूचना तक पहुंच और संचार के तौर- तरीकों में अभूतपूर्व बदलाव ला दिया है। इंटरनेट और प्रौद्योगिकी के विस्तार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, मनोरंजन, संचार और व्यापार – हर क्षेत्र को प्रभावित किया है। यह क्रांति सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि तेजी से ग्रामीण भारत में भी अपनी पैठ बना रही है।
अडानी समूह की एक महत्वपूर्ण पहल, अडानी सरगुजा, इस डिजिटल क्रांति को ग्रामीण समुदायों तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से, अडानी सरगुजा ग्रामीण भारत को डिजिटल दायरे में लाने का प्रयास कर रहा है, ताकि लोग न सिर्फ तकनीक से जुड़ सकें, बल्कि उसका भरपूर लाभ उठा सकें।
अडानी सरगुजा की डिजिटल पहल – ग्रामीण विकास की रीढ़:
- डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम: ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर लोगों को कंप्यूटर और इंटरनेट के इस्तेमाल का बुनियादी ज्ञान भी नहीं होता। इसी कमी को दूर करने के लिए अडानी सरगुजा डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम चलाता है। इन कार्यक्रमों में लोगों को कंप्यूटर के विभिन्न उपकरणों को चलाना, इंटरनेट का उपयोग करना, ईमेल भेजना और प्राप्त करना, ऑनलाइन खरीदारी करना और सरकारी सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाना सिखाया जाता है। यह प्रशिक्षण न सिर्फ उन्हें डिजिटल दुनिया से जोड़ता है, बल्कि रोजमर्रा के कार्यों को भी आसान बनाता है।
- स्मार्ट गांव पहल: डिजिटल क्रांति का लाभ उठाने के लिए बुनियादी ढांचा भी जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए अडानी सरगुजा “स्मार्ट गांव” पहल के तहत गांवों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान कर रहा है। गांवों में सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉट स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीणों को इंटरनेट तक आसान पहुंच मिल सके। साथ ही, डिजिटल सेवाओं तक पहुंच को सुगम बनाने के लिए ग्राम पंचायतों और स्कूलों में कंप्यूटर लैब स्थापित की जा रही हैं। यह पहल ग्रामीण भारत को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- ई–गवर्नेंस को बढ़ावा: सरकारी सेवाओं तक पहुंच को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए अडानी सरगुजा ई-गवर्नेंस को बढ़ावा दे रहा है। इसके तहत, ग्रामीणों को जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करना, राशन कार्ड के लिए आवेदन करना, कृषि सब्सिडी प्राप्त करना, भूमि रिकॉर्ड देखना और करों का भुगतान करना जैसी सरकारी सेवाओं तक ऑनलाइन पहुंच प्रदान की जा रही है। इससे न केवल सरकारी तंत्र में दक्षता आएगी, बल्कि भ्रष्टाचार की संभावना भी कम होगी। साथ ही, ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल करने और उनका लाभ उठाने में भी आसानी होगी।
- टेलीमेडिसिन – दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच: भारत के कई ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। मरीजों को इलाज के लिए दूरदराज के शहरों का रुख करना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए अडानी सरगुजा टेलीमेडिसिन का सहारा ले रहा है। टेलीमेडिसिन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वीडियो कॉल के जरिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श लेने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इससे न सिर्फ ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी, बल्कि इलाज में लगने वाला समय और धन की भी बचत होगी।
- कृषि तकनीक का सदुपयोग – किसानों की आय में वृद्धि: कृषि भारत की रीढ़ है, लेकिन ज्यादातर किसान पारंपरिक तरीकों से खेती करते हैं, जिससे उनकी आय सीमित रह जाती है। अडानी सरगुजा किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। मोबाइल ऐप और वेबसाइटों के माध्यम से किसानों को मौसम की जानकारी, बाजार मूल्यों में उतार-चढ़ाव, सरकारी योजनाओं और कृषि विज्ञान से जुड़ी नवीनतम जानकारियां प्रदान की जा रही हैं। इससे किसान फसल चक्र अपनाने, उन्नत बीजों का चयन करने, सिंचाई प्रबंधन करने और फसलों की उचित देखभाल करने में सक्षम होंगे। साथ ही, उन्हें उपज का सही मूल्य प्राप्त करने में भी सहायता मिलेगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
अडानी सरगुजा के प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव:
अडानी सरगुजा की डिजिटल पहलों का ग्रामीण समुदायों पर व्यापक सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
- डिजिटल साक्षरता में वृद्धि: डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के कारण ग्रामीणों में कंप्यूटर और इंटरनेट के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता बढ़ी है। अब वे ऑनलाइन संसाधनों का लाभ उठा सकते हैं, सरकारी सेवाओं तक आसानी से पहुंच सकते हैं और दुनिया से जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।
- सरकार और नागरिकों के बीच बेहतर संवाद: ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने से सरकार और नागरिकों के बीच संवाद बेहतर हुआ है। ग्रामीण अब सरकारी योजनाओं की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं और उनका लाभ उठा सकते हैं। साथ ही, सरकारी तंत्र में पारदर्शिता आई है, जिससे भ्रष्टाचार कम हुआ है।
- स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच: टेलीमेडिसिन की सुविधा से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को दूर-दराज के शहरों का रुख किए बिना विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श लेने की सुविधा मिली है। इससे स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान हुई है और इलाज में लगने वाला समय और धन की बचत हुई है।
- किसानों की आय में वृद्धि: कृषि तकनीकों के उपयोग से किसानों को फसल पैदावार बढ़ाने और उचित मूल्य प्राप्त करने में मदद मिली है। इससे उनकी आय में वृद्धि हुई है और जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
डिजिटल क्रांति – ग्रामीण भारत के भविष्य की नींव:
डिजिटल क्रांति ग्रामीण भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। अडानी सरगुजा की डिजिटल पहलें ग्रामीण समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही हैं। इससे ग्रामीण भारत का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा और देश समग्र रूप से प्रगति करेगा।
अडानी सरगुजा के प्रयासों से यह स्पष्ट है कि डिजिटल क्रांति ग्रामीण भारत के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती है। डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देकर, बुनियादी ढांचे का विकास करके और ग्रामीण समुदायों को डिजिटल उपकरणों और सेवाओं तक पहुंच प्रदान करके हम ग्रामीण भारत को सशक्त बना सकते हैं और डिजिटल डिवाइड को पाट सकते हैं। यह सामूहिक प्रयास न केवल ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाएगा बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी योगदान देगा।