पिछले कुछ वक्त में फिल्म इंडस्ट्री के अंदर एक बड़ा बदलाव आया है। स्टार्स अपने साथ हो रहे भेदभाव और टॉर्चर के बारे में अब खुलकर बात करते हैं। ख़ासतौर पर फीमेल स्टार्स जो पहले अपने साथ हुए बुरे अनुभवों को साझा करने में हिचकिचाहट महसूस करती थीं।
पिछले कुछ वक्त में फिल्म इंडस्ट्री के अंदर एक बड़ा बदलाव आया है। स्टार्स अपने साथ हो रहे भेदभाव और टॉर्चर के बारे में अब खुलकर बात करते हैं। ख़ासतौर पर फीमेल स्टार्स जो पहले अपने साथ हुए बुरे अनुभवों को साझा करने में हिचकिचाहट महसूस करती थीं, वो अब खुलकर अपनी बात रखती हैं और इंडस्ट्री के अंदर की काली सच्चाई को सबके सामने लाती हैं। फिर चाहें वो उनके साथ हुआ शोषण हो या उनका रिप्लेसमेंट।
हाल ही में नेशनल अवॉर्ड विजेता डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर और लेखक त्रिशा दास ने अपने साथ हुए शोषण को लेकर एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। त्रिशा ने बताया कि वो कई बार यौन शोषण का शिकार हो चुकी हैं। हालांकि न तब इतना सोशल मीडिया का ज़माना था और न ही कोई मीटू कैंपेन।
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में त्रिशा ने बताया, ‘एक फेमिनिस्ट होने के नाते, 2016 में जब मैंने अपनी पहली किताब `Ms Draupadi Kuru: After the Pandavas` लिखी थी, तब से लेकर अब के वक्त में काफी बदलाव आ गया है। अब लोग लैंगिक समानता पर बात करते हैं, समाज में हो रहे अन्याय की बात करते हैं। वर्क प्लेस में जहां लैंगिक असमानताएं होती थीं वहां मीटू जैसे मूवमेंट शुरू हो गए हैं’।
‘पुराने दिनों की बात करूं तो जब मैं जब डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर के रूप में काम कर रही थी तब कई बार मेरा यौन शोषण किया गया। लेकिन वर्क प्लेस पर ये आम बात थी। तब कोई सोशल मीडिया नहीं था जहां हम अपनी कहानी बयां कर सकें, अपनी बात कह सकें। शांत होकर शोषण का शिकार होते रहना बहुत आम बात होती थी। आदमियों के अंदर किसी बात का डर नहीं होता था। लेकिन सोशल मीडिया और कार्यस्थल पर यौन शोषण पर होने वाली बातचीत और मीटू मूवमेंट के बाद बहुत सारे बदलाव आए। क्योंकि ये मूवमेंट महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर है, मुझे उम्मीद है कि इस आंदोलन का राजनीतिकरण नहीं होगा’। आपको बता दें कि त्रिशा दास फिल्म अभिनेता वीर दास की बहन हैं।