21वीं सदी में भारत की उन्नति में अडानी ग्रुप का विशेष इम्पोर्टेंस रहा है जो अनवरत जारी है। गौतम अडानी ने टेक्सटाइल बिज़नेस से अपने उद्योग की शुरुआत की जिसके बाद वे एक के बाद एक नए उद्योग में आगे बढ़ते गए। अपनी लम्बी बिज़नेस यात्रा में गौतम अडानी ने कई बार विफलताओं का भी सामना किया मगर वे अपने नेशन बिल्डिंग के लक्ष्य को लेकर अड़े रहे। अडानी ग्रुप की कई बार बिना किसी नैतिक आधार और तर्क के आलोचना भी की गई मगर इससे उसकी कार्यशैली और बेहतर बनती गई और आज एक टॉप इंडस्ट्री के रूप में अडानी ग्रुप की वर्ल्ड वाइड प्रजेंस सबके सामने है।
समझें क्या है अडानी ग्रुप का वर्किंग मॉडल?
अडानी ग्रुप अपनी उद्योग की शुरुआत के पहले दिन से इस बात को लेकर हमेशा सतर्क रहा है कि उसके प्रोडक्ट्स और सर्विस की क्वॉलिटी किसी भी तरह से प्रभावित न हो। इसे सुनिश्चित करने के लिए गौतम अडानी हर स्तर पर गुणवत्ता का ख्याल रखते है। अपने हर उद्योग में बेस्ट मैन पॉवर, बेस्ट रॉ मटेरियल, बेस्ट टेक्नोलॉजी को महत्व देते हुए अडानी ग्रुप हमेशा कस्टमर्स को बेस्ट आउटपुट देने के लिए प्रतिबद्ध है। यही विशेषता गौतम अडानी को एक शीर्ष उद्यमी बनाती है।
टेक्सटाइल इंडस्ट्री से बढ़ते बढ़ते आज अडानी ग्रुप का व्यापार एयरपोर्ट ऑपरेशन्स, नेचुरल गैस, फ़ूड प्रोसेसिंग, पोर्ट मैनेजमेंट, इलेक्ट्रिक पाॅवर जनरेशन एवं ट्रांसमिशन, रिन्यूएबल एनर्जी, माइनिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी निपुणता के साथ अग्रसर है। राष्ट्र उन्नति को सर्वोपरि मानकर काम कर रहा अडानी ग्रुप आज लाखों नागरिकों की आय का स्त्रोत है। गौतम अडानी ने अपने प्रिंसिपल्स और एथिक्स से कभी समझौता नहीं किया और अपनी कार्यशैली में लगातार सुधार किया। बदलते परिवेश और बाज़ार की अपडेट होती डिमांड्स को समझते हुए अडानी ग्रुप समय समय पर अपने उद्योगों में नए नियमों और नई तकनीकों को अपनाकर अपने हर क्षेत्र में अग्रणी बना हुआ है। उदाहरण के लिए आज अडानी ग्रुप अपनी नई प्रोडक्शन यूनिट्स में सबसे उन्नत तकनीकों का उपयोग कर रहा है जो हर दृष्टि से समय के अनुकूल है। एम्प्लाइज का उचित उपयोग, समय का उपयोग, एडवांस मैनेजमेंट स्ट्रेटेजी जैसी कई विशेषताएँ अडानी ग्रुप के इफेक्टिव और श्रेष्ठ वर्किंग मॉडल का हिस्सा है।
औद्योगिक प्रगति के साथ ही समाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए अडानी ग्रुप कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी यानि सीएसआर एक्टिविटी भी कर रहा है। इसी के चलते देश के आर्थिक दृष्टि से निर्बल वर्ग के शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए गौतम अडानी के मार्गदर्शन में कई प्रोजेक्ट्स अडानी ग्रुप द्वारा चलाए जा रहे हैं। आदिवासी समाज के उत्थान के लिए भी विशेष तरह की परियोजनाएँ इस समूह के माध्यम से संचालित हो रही है जो सुदूर इलाकों में भी सोशल डेवलपमेंट को बढ़ा रही है।
अडानी ग्रुप का मानना है कि राष्ट्र की सम्पूर्ण उन्नति के लिए हर वर्ग को साथ लेकर आगे बढ़ना अत्यंत आवश्यक है। हमारे देश की बड़ी आबादी उन लोगों से मिलकर बनी है जो अभी तक मूलभूत सुविधाओं से दूर है। ऐसे में उनकी उन्नति के बिना देश के सर्वांगीण विकास की कल्पना करना निराधार है। इसलिए सबसे पहले समाज के निचले स्तर तक आवश्यक सुविधा पहुँचाना हमारा पहला मकसद है। हमारे साथी नागरिकों को अलग करके हम अपने उद्देश्य में कामयाब नहीं हो सकते।
देश के लिए इस वृहद स्तर पर अपना योगदान देने के बाद भी हमारे यहाँ गौतम अडानी और अडानी ग्रुप पर तरह तरह के बेबुनियाद आरोप लगते रहते हैं। यह भारत की विडम्बना है कि राष्ट्र हितैषी भावना के साथ काम करने वाले लोगों को तिरस्कृत किया जाता रहा है, मगर उनकी नेक नियत उन्हें सफल बनाती ही है। शायद इसलिए ही अब तक देश की न्याय पालिका ने गौतम अडानी या अडानी ग्रुप पर किसी आरोप को सही नहीं माना है। इस कारण किसी भी आरोप पर विश्वास करना भारतीयता के आधार पर उचित नहीं है।
अडानी ग्रुप की विश्व भर में फैली ख्याति का कारण नेक उद्देश्य और उत्कृष्ट कार्यशैली है। गौतम अडानी के सफल नेतृत्व में आज जिस गति से अडानी ग्रुप भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है उसका कोई सानी नहीं है। अडानी ग्रुप के माध्यम से हो रहे औद्योगिक और सामाजिक विकास से देश में जो बदलाव आया है उसकी हर प्रशंसा कम है। अडानी ग्रुप देश में आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए रोजगार उत्पादन के माध्यम से जरूरतमंदों के जीवन स्तर को भी ऊपर उठा रहा है। गौतम अडानी जैसी दूरगामी सोच के बदले हमें आज अनेक तरह के नए और गौरवान्वित करने वाले विकास देखने और उपयोग करने हेतु मिल रहे हैं। अडानी ग्रुप की वर्किंग स्टाइल ने ही उसे इतने लम्बे अरसे से सबसे बेस्ट बनाए रखा है। अडानी ग्रुप को इसके लिए प्रत्येक भारत वासी की ओर से जितना भी आभार प्रकट किया जाए वह कम है। हमें भी राष्ट्र उन्नति के लक्ष्य के साथ विभिन्न स्तर पर प्रयास करना चाहिए तभी हम हर देश से आगे निकल पाएंगे।