कोरोना (Cororna) महामारी अपने पीक पर आ चुकी है. ऐसे में डॉक्टर और वैज्ञानिक लगातार इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि जिनकी इम्यूनिटी कमजोर (Immunity Weak) है वे अधिक प्रोटेक्शन में रहें और घर के बाहर ना जाएं. कोरोना की दूसरी लहर में वायरस उन लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है. विशेषज्ञों का कहना है कि बॉडी की इम्यूनिटी वीक होते ही वायरस उन पर अटैक कर रहा है और उन्हें बीमार बना रहा है जबकि स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी (Immunity Strong) वाले मरीज जल्दी ठीक हो जा रहे हैं.
बता दें कि सफेद रक्त कोशिकाओं, एंटीबॉडीज और अन्य कई तत्वों से मिलकर हमारा इम्यून सिस्टम बनाते हैं और बाहरी संक्रमण से हमारी रक्षा करते हैं. ऐसे में जिन लोगों की इम्यूनिटी अच्छी नहीं होती वे थोड़े से मौसम के बदलाव में ही बीमार पड़ने लगते हैं. याद हो कि जब से कोरोना महामारी पूरी दुनिया में फैली है तब से अब तक लगातार इम्यूनिटी बढ़ाने की बात की जा रही है. इसके लिए योग, व्यायाम से लेकर बेहतर खाना और लाइफ स्टाइल की भी बात की जा रही है. लोग इन तमाम बातों को फॉलो कर रहे हैं. ऐसे में सब के मन में एक ही सवाल है कि आखिर हम खुद की इम्यूनिटी को कैसे पहचानें. तो आइए हम यहां बताते हैं कि हमारे शरीर के वे क्या सिम्प्टम हैं जो बताते हैं कि आपकी इम्यूनिटी कैसा काम कर रही है.
ऐसे पता करें कि इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग है या कमजोर
-मौसम में थोड़ा सा बदलाव आते ही अगर आपको सर्दी, जुकाम, खांसी हो जाता है यानी कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है. ऐसे लोग बीमार भी जल्दी पड़ते हैं.
– जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है वे साल भर किसी ना किसी हेल्थ समस्या से जूझते रहते हैं.
– कमजोर इम्यूनिटी वालों को फूड प्वॉइजनिंग या कुछ भी बाहर का खाने-पीने से जल्दी इंफेक्शन हो जाता है.
जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है उनकी आंखों के नीचे काले घेरे बहुत ही प्रोमिनेंट होते हैं.
– अगर आप सुबह जगने के बाद ताज़ा महसूस नहीं कर पाते यानी कि हो सकता है कि आपकी इम्यूनिटी वीक हो गई है.
– इन लोगों में दिनभर एनर्जी लेवल कम रहता है और हर वक्त नींद आती रहती है. ये लोग जल्दी थक जाते हैं.
– अक्सर पेट की समस्या रहती है और डायजेशन में दिक्कत आती है.
– जिनकी इम्यूनिटी वीक होती है उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है.
स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी की इस तरह करें पहचान
-अगर आपकी स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी है आपको किसी भी तरह के संक्रमण या बीमारियों को ठीक करने के लिए दवाओं की जरूरत नहीं पड़ती.
-जिनकी स्ट्रॉन्ग इम्यून सिस्टम है वे लोग वायरल और दूसरे कई तरह के इन्फेक्शन से खुद को बचा लेते हैं.
-इन लोगों में सर्दी-खांसी की समस्या जल्दी नहीं देखने को मिलती. यही नहीं, अगर हो भी जाए तो ये आसानी से ठीक हो जाता है.
-जिनकी स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी होती है उनके शरीर में अगर कहीं घाव या कोई चोट लग जाए तो उन्हें ठीक करने में अधिक समय नहीं लगता और ये जल्दी रीकवर हो जाते हैं.
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भोजन में इन चीजों को करें शामिल
-हेल्थलाइन के मुताबिक, अपने भोजन में साइट्रिक फ्रूट जैसे ऑरेंज, लेमन, लाइम, ग्रेपफ्रूट, टैंजेरिन, कीवी आदि फलों को शामिल करें.
-विटामिन सी से भरपूर भोजन करें.
-सब्जियों में रेड बेल पेपर, ब्रोकोली, लहसुन, अदरक, पालक आदि का सेवन जरूर करें. इनमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सिडेंट, विटामिन सी और इम्यूनिटी बूस्ट प्रॉपर्टीज होती हैं.