लगातार तीसरे दिन बुधवार को इस वारदात को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। इससे पहले मंगलवार को लगातार दूसरे दिन आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग उठाई।
पश्चिमी दिल्ली के कैंट इलाके में 9 वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस बीच पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता का लोगों ने विरोध किया। आदेश गुप्ता बच्ची के परिजनों से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन उन्हें शुरू में जाने नहीं दिया गया। वहीं, बाद में समझाने-बुझाने पर परिजनों ने आदेश गुप्ता से मुलाकात की। आदेश गुप्ता ने परिजनों को न्याय का भरोसा दिया।
वहीं, स्थानीय लोगों का गुस्सा थमा नहीं है। लगातार तीसरे दिन बुधवार को इस वारदात को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकत की है। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि वह परिवार को इंसाफ दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे। खबर आ रही है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कुछ देर बाद पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेंगे।
न्याय के लिए परिवार के साथ खड़ा हूं
वहीं, राहुल गांधी ने परिजनों से मुलाकात के दौरान कहा कि माता-पिता के आंसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं। उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हकदार है और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना हृदय विदारक है।
इससे पहले मंगलवार को लगातार दूसरे दिन आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग उठाई। मंगलवार को भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ने भी पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी थी।
दलों को नहीं दिया मंच कहा-सियासत नहीं, न्याय चाहिए
वहीं, बेटी को न्याय दिलाने में यदि कोई सहयोग करना चाहता है तो उसका स्वागत है, लेकिन सियासत करने की इजाजत किसी राजनीतिक दल को नहीं दी जाएगी। यह बात धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उस समय कही, जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण सहित अन्य नेता प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुंचे।
दरअसल, पीड़ित परिवार से मिलने मंगलवार को कई नेता पहुंचे, लेकिन लोगों ने इन नेताओं को दो टूक कहा कि उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने या बात करने की इजाजत तभी मिलेगी, जब वे यहां किसी प्रकार की राजनीति नहीं करेंगे। यहां मंच के ऊपर या मंच के सामने किसी भी दल का कोई झंडा नहीं लाया जाएगा। यह समाज की बेटी के साथ हुए जघन्य अपराध का मामला है। इस पर सियासत नहीं की जानी चाहिए।
दरअसल, चंद्रशेखर के साथ पहुंचे लोगों के हाथ में नीले रंग के झंडे थे, जिस पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई। यही नहीं, वाहनों पर लगे झंडे भी उतारने के लिए कहा। इस बीच किसी तरह चंद्रशेखर मंच पर पीड़ित परिवार से मिल सके। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में जब बच्ची सुरक्षित नहीं है, तब देश के अन्य हिस्सों में क्या हाल होगा, यह समझा जा सकता है। दिल्ली में महिला सुरक्षा के नाम पर कहने को बसों में मार्शल तैनात हैं, लेकिन घर के बाहर बच्ची असुरक्षित है। आखिर यह कैसी दिल्ली है।
महिला अपराधों पर केजरीवाल की चुप्पी चिंताजनक: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने मंगलवार को कहा कि राजधानी में महिलाओं और बालिकाओं के साथ बढ़ते अपराधों के कारण दिल्ली की स्थिति चिंताजनक हो गई है। हैरत की बात यह कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली छावनी के ओल्ड नांगल राय गांव में नौ साल की दलित बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या के मामले पर पूरी तरह चुप्पी साधे हैं। दिल्ली पुलिस ने भी इस जघन्य मामले को पूरी तरह दबाने की कोशिश की।
चौधरी ओल्ड नांगल गांव में पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के दबाव के बाद ही पुलिस ने अपराधियों को पकड़ा और बच्ची के अधजले शरीर को पोस्टमाॉर्टम और फोरेंसिक जांच के लिए भेजा। प्रदेश उपाध्यक्ष जयकिशन ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दबाव बनाने के बाद ही पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाई। अन्यथा पहले तो पुलिस ने बयान दिया था कि बच्ची की मौत कंरट लगने से हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस का विधिक एवं मानव अधिकार विभाग पीड़ित परिवार को पूर्ण कानूनी सहायता प्रदान करेगा।
अनिल चौधरी ने आगे कहा कि दिल्ली कांग्रेस प्रभारी राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल द्वारा ओल्ड नांगल गांव की इस घटना के मामले पर राज्यसभा में चर्चा के लिए नोटिस देने के बावजूद इस विषय को चर्चा में शामिल नहीं करने से महिलाओं के प्रति केंद्र की मोदी सरकार की असंवेदनशीलता भी साफ उजागर होती है। दूसरी तरफ महिला कांग्रेस ने तो आइटीओ चौक पर प्रदर्शन कर इस घटना के विरोध में केजरीवाल का पुतला भी फूंका।