सहारा समूह के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. सुप्रीम कोर्ट लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ईश्वर लाल अग्रवाल ने राष्ट्रपति के पास सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जेएस खेहर, जस्टिस अरिजीत पसायत, जस्टिस केएस राधाकृष्णन और जस्टिस एचके सेमा के खिलाफ शिकायत की है. इसको लेकर राष्ट्रपति के पास एक केस दायर किया गया गया है. इस याचिका में सहारा प्रमुख सुब्रत राय और जाहिरा शेख को मुआवजा दिलाने की मांग की गयी है. एसोसिएशन की ओर से चार जजों के खिलाफ धारा 220, 219, 409, 166, 120 बी और 34 आइपीसी के तहत केस दायर किया गया है.
इन लोगों का आरोप है कि गलत जजमेंट के कारण सुब्रत राय और जाहिरा शेख को जेल में रखा गया है. इस मामले के कारण सहारा समूह से जुड़े करीब 12 लाख से अधिक कार्यकर्ता और 13 करोड़ निवेशकों का पैसा फंस गया. कई लोगों की इसके कारण मौत होचुकी है. उन सभी को न्याय दिलाया जाना चाहिए. उनको जेल में करीब ढाई साल तक रखा गया, जिस कारण सहारा प्रमुख लोगों का पैसा नहीं लौटा पाये जबकि लोगों का पैसा वे लौटाने को तैयार थे. अभी भी सुब्रत राय जमानत पर है. इनकी सजा को खत्म किया जाना चाहिए और उनको पैसा लौटाने के लिए स्वतंत्रता दिया जाना चाहिए ताकि निवेशकों का पैसा लौटाया जा सके.