भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज और मुख्य चयनकर्ता रहे किरण मोरे ने बड़ा दावा किया है। मोरे का कहना है कि एक समय ऐसा आएगा जब खुद कप्तान विराट कोहली कहेंगे कि अब बस हो गया अब रोहित शर्मा को कप्तानी करनी चाहिए।
भारत के पूर्व चयनकर्ताओं के अध्यक्ष किरण मोरे का मानना है कि एक समय आएगा जब भारत के कप्तान विराट कोहली सफेद गेंद के मौजूदा उप-कप्तान रोहित शर्मा को कम से कम एक प्रारूप की बागडोर सौंपेंगे। मोरे ने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और फिर इंग्लैंड सीरीज के बाद बहुत सी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी, यह दर्शाता है कि कोहली छोटे प्रारूपों के बारे में फैसला कर सकते हैं।
भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि कोहली ने भारत के दिग्गज क्रिकेटर एमएस धौनी से बहुत कुछ सीखा है और दोहरे विश्व कप विजेता कप्तान की तरह, वह भी रोहित को कम से कम एक प्रारूप में आगे बढ़ाकर दबाव कम कर सकते हैं। मोरे ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि बोर्ड का विजन इन चीजों को आगे बढ़ाता है। मुझे विश्वास है कि रोहित शर्मा को जल्द ही कप्तानी का मौका मिलेगा। विराट कोहली एक चतुर कप्तान हैं जो एमएस धौनी के नेतृत्व में खेले। वह कब तक वनडे और टी20 की कप्तानी करना चाहते हैं, वह भी सोचेंगे। इंग्लैंड दौरे के बाद आप इन फैसलों के बारे में और जानेंगे।”
यह पूछे जाने पर कि क्या विभाजित कप्तानी भारत में काम कर सकती है, मोरे ने कहा कि तीन प्रारूपों में कप्तानी करना और उनमें पूरी क्षमता से प्रदर्शन करना एक समय के बाद बहुत थका देने वाला हो सकता है। उनका कहना है, “यह (स्प्लिट कप्तानी) भारत में काम कर सकती है। सीनियर खिलाड़ी भारतीय टीम के भविष्य के बारे में क्या सोचते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है। विराट कोहली के साथ तीन टीमों की कप्तानी करना इतना आसान नहीं है और साथ ही उन्हें अच्छा प्रदर्शन भी करना है। और मैं उन्हें इसका श्रेय देता हूं, क्योंकि कप्तानी करते और जीतते हुए हर प्रारूप में प्रदर्शन करते हुए … लेकिन, मुझे लगता है कि एक समय ऐसा आएगा जब विराट कोहली कहेंगे ‘अब बहुत हो गया, रोहित को टीम का नेतृत्व करने दो।”
उन्होंने आगे बताया, “यह वास्तव में बहुत अच्छा होगा। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है जो पीढ़ियों तक चलता रहेगा। यह सम्मान की बात है कि अगर रोहित शर्मा अच्छा कर रहे हैं तो उन्हें मौका दिया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर विराट कोहली ऐसा करते हैं तो वह एक बड़ी मिसाल कायम करेंगे। भविष्य उनके निर्णय पर टिका होगा – वह कितना आराम चाहते हैं, अगर वह टेस्ट टीम या वनडे टीम की कप्तानी करना चाहते हैं। वह भी इंसान है, दिमाग भी थक जाता है।”