7 जून के बाद दिल्ली में जारी रहेगा लॉकडाउन खुलेंगीं दुकानें राजधानी दिल्ली में जारी लॉकडाउन के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल थोड़ी देर में डिजिटल पत्रकार वार्ता को संबोधित करने वाले हैं। इसमें दिल्ली सरकार से संबंधित अहम मुद्दों पर बात रखेंगे। दिल्ली में कोरोना की स्थिति तेजी से अब काबू में आती दिख रही है। संक्रमण दर भी काफी कम हो गया है और मरने वालों की संख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि दिल्ली में लॉकडाउन को क्या खोल दिया जाएगा? क्या एक बार फिर लोगों पर लगाई गईं पाबंदियों को हटा दिया जाएगा?
अरविंद केजरीवाल के बड़े एलान
- ऑड-इवेन के आधार पर खुलेंगी दुकानें
- क्लास वन ऑफिसर आएंगे
- 50 फीसद कर्मचारी के साथ निजी दफ्तर खोले जा सकते हैं।
- दिल्ली मेट्रो 50 फीसद पैसेंजर के साथ दौड़ेगी
गौरतलब है कि दिल्ली में अब संक्रमण दर एक फीसद से भी नीचे आ गई है। प्रतिदिन कोरोना के मरीज भी एक हजार से नीचे हैं। उधर बाजारों से संबंधित संगठन सख्त नियमों के साथ बाजार खोलने की मांग कर रहे हैं। अनलाक को लेकर किए गए एक सर्वे में भी 74 फीसद लोगों ने दिल्ली में अनलाक किए जाने का समर्थन किया है। दिल्ली में 19 अप्रैल की रात से लाकडाउन लगा हुआ है। दिल्ली सरकार इस बात को स्पष्ट कर चुकी है कि कोरोना से लोगों को बचाना उसकी प्राथमिकता में है। इसके साथ ही उसे कारोबारियों की भी चिंता है कि उनका काम जल्द से जल्द शुरू हो सके।
इस बीच दिल्ली के व्यापारियों ने शुक्रवार को कहा कि दुकानों और बाजारों को खोलने और कामकाज पर सम-विषम प्रणाली (Odd even formula for markets) लागू नहीं की जानी चाहिए। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (सीएआईटी) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल को लिखे पत्र में कहा कि वे दुकान और बाजार दोबारा खुलने के बाद इनके कामकाज पर सम-विषम प्रणाली लागू करने के पक्ष में नहीं है।
परिसंघ ने कहा, ‘ऐसा करना दिल्ली के व्यापारिक चरित्र के विपरीत होगा, जो सामान की खरीद के लिये बहुत हद तक एक व्यापारी से दूसरे व्यापारी पर निर्भर है. लिहाजा, दिल्ली में सम-विषम फार्मूले का कोई फायदा नहीं है।